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Navlakha Mahal
Udaipur
Monday - Sunday
10:00 - 18:00
       

नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र

नवलखा महल, उदयपुर में, विश्व प्रसिद्ध आर्यावर्त चित्रदीर्घा पहले से ही सहस्त्रो जनो को प्रतिवर्ष आकर्षित कर रही है| इसी को विस्तार देने हेतु एक ३डी थियेटर (सर्वोत्कृष्ट क्वालिटी में ) तैयार किया जा रहा है | जिसमे छात्रपयोगी लघु फिल्मे दिखाई जाएँगी | संस्कार वीथिका के बारे में हमारा निवेदन है की महर्षि दयानन्द सरस्वती ने भारतीय मनीषा को पुनजीर्वित करते हुए ‘मानव तू मानव बन’ को साकार करने हेतु 16 संस्कारों से युक्त ‘मानव निर्माण पद्धति’ हमें ‘संस्कार विधि’ के रूप में प्रदान की है | परन्तु इसका प्रचार अत्यल्प ही हुआ है | आर्यों के परिवार भी 2 -3 संस्कारों तक सीमित रह गए हैं | सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रसव पूर्व के तीनों संस्कार तो जैसे अज्ञात हो गए हैं | न्यास परिसर में आने वाले सहस्त्रों युवाओं तक यह ‘विस्मृत – मानव – निर्माण – विधि’ पहुँचे इस उद्देश्य से अत्यन्त आकर्षक रूप में दृश्य – श्रव्य माध्यम से 4डी संस्कार वीथिका – निर्माण कार्य प्रारम्भ किया है | इसका स्वरुप यद्यपि 2डी में नहीं समझा जा सकता फिर भी समझाने हेतु निम्न प्रयास कर रहे हैं |

दीनदयाल सुरेशचंद्र आर्य संस्कार वीथिका

भीतरी चौक की सजा-सज्जा अत्यंत मनोरम बनाई जा रही है | प्रत्येक संस्कार जीवन्त झाँकी के रूप में दर्शित होगा | उदाहरण हेतु :- अगले पृष्ठ पर एक ओर एक चित्र दे रहे हैं जिसमे गर्भाधान संस्कार हेतु कल्पित चित्र दर्शाया है | अपने शयन कक्ष में पति – पत्नी वार्तालाप कर रहे हैं | एक चित्र हम उन मूर्तियों का दे रहे है जो विषय से सम्बंधित तो नहीं पर आर्य बंधुओं को यह आभास दे सकेंगे की इस स्ठर के (Life Size) जिवंत शिल्प में सारे १६ संस्कार दिखाए जायेंगे |

प्रकाश तथा ध्वनि का संयोजन इस प्रकार का किया जायेगा की जब एक संस्कार पर प्रकाश पड़ेगा और तभी लगभग डेढ़ मिनट का वक्तव्य उस संस्कार के महत्व को निरूपित करता हुआ नेपथ्य से उभरेगा | इस प्रकार यह अद्भुत ‘संस्कार वीथिका दिग्दर्शन’ लगभग २०-२२ मिनट में पूण होगा | परन्तु इस अद्भुत परियोजना का सम्पूर्णन आर्य जगत के अर्थ सहयोग के बिना संभव नहीं हैं | न्यास के संकल्प की पूर्ति हेतु उदार आशीर्वाद की उपेक्षा है |

पहली बार हम आर्यजनो से इस महत्वकांशी योजना को साकार करने के लिए ‘अर्थ सहयोग’ की अपील कर रहे हैं | योजना अत्यधिक व्यय साध्य है | कुल मिलकर १६ संस्कार होंगे | एक संस्कार पर अनुमानित ओेैसतन ५ लाख रु. का खर्च आवेगा | अतः 16 ऐसे दानवीर जो एक एक संस्कार प्रायोजित कर सकें तो चुटकी बजाते ही वीथिका पूर्ण हो जाएगी | पर इस पवित्र कार्य में ‘अल्पदानी’ भी भागीदार बन सकें इस हेतु निवेदन है कि जो 5 के बजाय 3 लाख रु भी देंगे , एक संस्कार उनकी और से प्रयोजित हो जायेगा | 51 सहस्र के 6 दानियों के सम्मिलित नाम से एक संस्कार प्रयोजित हो सकेगा | अतः आप स्वेछा से उक्त राशि प्रदान कर महर्षि जी की कार्यस्थली पर निर्मित होने वाली इस ‘संस्कार वीथिका’ पर अपना नाम अंकित कर पुण्यभागी बनें और सहस्रो लोगों तक अभिनव प्रकार से वैदिक सन्देश पहुँचाने में साधक बनें |

निवेदक
श्रीमद्दयानन्द सत्यार्थ प्रकाश न्यास
नवलखा महल, गुलाब बाग
उदयपुर

नई सजधज के साथ नवलखा महल

सुरेशचन्द्र दीनदयाल आर्य चल चित्रालय

नवीन प्रकल्प के दान दाता

सुरेशचन्द आर्य

₹15 लाख

दीनदयाल गुप्त

₹15 लाख

सुखदेव चन्द्र सोनी

₹5 लाख

स्वामी आर्य वेश

₹1 लाख

डॉ. रमेश गुप्ता

₹1 लाख

श्रीमती शारदा गुप्ता

₹3 लाख

प्रतिवर्ष, न्यूनतम 1 लाख जनों तक अद्भुत वैदिक जीवन प्रणाली-सार पहुंचाने के इसी उपक्रम से आप भी जुड़े |

संकल्पक

श्री राम प्रसाद याज्ञिक, कोटा – ₹5100
सभी आर्य समाजें , कोटा शहर – ₹3 लाख
आर्य समाज, भीलवाड़ा – ₹3 लाख